टू नेशन थ्योरी के आधार पर बना कृत्रिम राष्ट्र पसकिस्तान अब कई राष्ट्र वाला बनने जा रहा है। बांग्लादेश के बाद अब बलूचीस्तान ने अपना झंडा लहरा दिया है। लगता है कि पाकिस्तान का एक और हिस्सा उसके गले की नस बनने जा रहा है। पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष आसिफ़ मुनीर ने पिछले महीने ज़रूर कश्मीर को अपने गले की नस बताया था लेकिन सच्चाई यह है कि अब जिसने पाकिस्तान की नाक में विध्वंस मचा रखा है, वह उसी के देश का अपना हिस्सा बलूचिस्तान है। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद एक बलोच नेता मीर यार बलूच ने बलूचिस्तान को आज़ाद घोषित कर दिया है बाक़ायदा अपने एक झंडे और राष्ट्रगीत के साथ। बलूच जनजाति का संघर्ष यूं तो सदियों पुराना है लेकिन कुछ समय से यह सतह पर है जिसका जन्म पाकिस्तान बनते ही हो गया था। पाकिस्तान ने हमेशा इस संघर्ष को विद्रोह मानकर कुचलने की कोशिश की। देश का सबसे बड़ा और संसाधनों के हिसाब से बेहद समृद्ध हिस्सा होने के बावजूद बलूचिस्तान को कोई तवज्जो नहीं मिली। पाकिस्तान में पहले दिन से ही पंजाब मूल के हुक्मरानों, सेनाध्यक्षों और बुद्धिजीवियों का दबदबा रहने से उसके अन्य हिस्से छिटके ही रहे। सिंध, ख...
प्रकाश स्वयंसिद्ध है।
जवाब देंहटाएंBahut khubsoorat :)
जवाब देंहटाएंमन में अँधेरा हो तो बाहर कितना भी उजाला हो !
जवाब देंहटाएं"क्या क्या लोग कहेंगे, लोगों का काम है कहना"
जवाब देंहटाएंसार्थक एवं मार्मिक प्रस्तुति
लोग छले हुए हैं न -विचारपूर्ण रचना !
जवाब देंहटाएंदमण तट पर दौड़ लगाते समर और कबीर के चित्र से याद आया दमण का खारा,उथला समुद्र और बौम जीसस गिरजा.
जवाब देंहटाएंआपके इस ब्लॉग के ज़रिये दमण को सलाम भेजता हूँ.
बड़े बवंडर थाम लेती हैं ये पलकें
जवाब देंहटाएंयाद का तिनका तूफ़ान ला देता है
Bahut Khoob...
praveenji kavita vaanij rakeshji arvindji sanjayji aur firdous aapka shukriya aur aabhar
जवाब देंहटाएंक्या बात है , आपकी कविताओ ने तो मन मोह लिया है .. शब्द जैसे एक कथा कह दे रहे हो ... आपको बधाई !!
जवाब देंहटाएंआभार
विजय
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कृपया मेरी नयी कविता " फूल, चाय और बारिश " को पढकर अपनी बहुमूल्य राय दिजियेंगा . लिंक है : http://poemsofvijay.blogspot.com/2011/07/blog-post_22.html