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यह भारत की सदी है

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बेहतरीन पत्रकार मग्नातीसी [magnatic ]शख्सियत शाहिद मिर्जा के व्याख्यान का पहला हिस्सा. शायद आप भी इसे अविकल पढ़ जाएँ... " Power corrupts and absolute Power corrupts absolutely। " तो जैसे राज्य एक अनिवार्य बुराई है। वैसे ही लोकतंत्र में भी बहुत सारी बुराइयां अन्तर्निहित हैं। वो एक पर एक फ्री वाला मामला है। आपको वो झेलना होगा। आपने लोकतंत्र को चुना है।लोकतंत्र के बारे में बहुत सटीक शेर allama iqbal ने कहा था की जम्हूरियत वह तर्जे-हुकूमत है कि जिसमे बन्दों को गिना करते हैं तौला nahin । कोई लठैत, कोई हत्यारा, कोई कातिल, कोई आंतककारी। और ये लोग जब जेलों में पहुंचने लग गए तो उन्होंने जेलों को भी जन्नत में तब्दील कर दिया। बेऊर जेल के बारे में बताते हैं कि वह तो बहुत ही सुसज्ज हो गई है। जब आदरणीय चार्ल्स शोभराज जी तिहाड़ जेल में अपना समय काट रहे थे, तो उनके लिए बहुत अच्छे प्रबंध वहां कर दिए गए थे। ये सब बिना राजनीतिक संरक्षण के नहीं हो सकता। ऐसा तो नहीं है कि कोई अकेले में अपराध किया जा रहा हो। कोई अपराधी है, तो कोई उसका आका है और राजनीति में अनिवार्य रूप से आका होत