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जीन्स तो फिर भी सिल जाएगी फटा दिमाग नहीं

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 तीरथ भाई ने जब फटी जीन्स पर  बयान दिया था तब  कई लोगों ने लिखा और कहा कि दिमाग फटा हुआ नहीं होना चाहिए। मुझे लगा था कि कोई बात नहीं , ये मेरी दादी जैसे हैं जिन्हें गलती से  भी  बच्चों का कोई कपड़ा फटा या फिर कपड़े में लटकता धागा दिख जाए तो खुद कैंची लेकर आ जाती और कैंची-सी ही घायल करने वाली वो लताड़ लगातीं कि बच्चा  फिर  कभी  फटे कपड़े पहन उनके सामने नहीं आता। लेकिन वे लताड़ लड़का -लड़की देखकर नहीं लगाती सबको सामान रूप से पड़ती थी । तीरथ जी रावत फिर यहीं नहीं रुके। वे बोल गए तुमको अच्छा चावल ज़्यादा चाहिए था तो काहे को जल गए ज़्यादा बच्चे पैदा क्यों नहीं किये। इस बयानबाज़ी में बेचारे अमेरिका को भी कोस गए। बता गए कि अमेरिका ने भारत को दो सौ साल गुलाम रखा। वाह नए -नए बयानजीवी। गुलाम बनाया अमेरिका ने और आज़ादी फिर हम ब्रिटेन से मांगते रहे।   ये देश के  सबसे बड़े दल ने जो पहले के मुख्यमंत्री को खो किया क्या वह इसलिए कि उनका IQ थोड़ा ज्यादा था। खैर मज़ाक छोड़िये पहले बयान पढ़िए जो उन्होंने कल अंतर्राष्ट्रीय वन्य दिवस पर नैनीताल में दिया था।  यह भाषण पहले फेसबुक पर लाइव किया जा  रहा था जिसे बाद में हटा लिया

भारतीय सांसद के घर से ब्रिटिश राजघराने तक बहुओं के बोलने पर है पाबंदी

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  भारत हो या इंग्लैंड ,राजघराना हो या सांसद का घर, बहुओं की आवाज़ इन्हें कभी रास नहीं आती। सबका DNA सामंती रवैये को ही डिकोड करता है।  भारत से ब्रिटेन तक सब एक हैं। यहाँ सांसद की बहू है वहां राजघराने की । एक को उस राजसी माहौल में खदकुशी कर लेने का मन कर रहा था तो एक ने खुद की नस ही काट ली है। ज़िंदा दोनों हैं लेकिन दोनों बिना किसी अपराध के गुनहगार साबित की जा रही हैं। हाँ एक गुनाह दोनों ने किया है। बोलने का गुनाह। एक को आज तक टीवी चैनल वालों ने मुर्गे की लड़ाई दिखाने की  तर्ज़ पर जेठ के सामने कर दिया तो दूसरी ने दिल की बात ओपरा विनफ्रे के शो पर कह डाली । कह दिया कि शाही खानदान को डर था कि प्रिंस हैरी के बच्चे की चमड़ी का रंग कहीं अलग न हो । एक का नाम  अंकिता है और दूसरी का मेगन मर्केल। दोनों की कहानी अलग-अलग है लेकिन पृष्ठभूमि बिलकुल एक है ससुराल और ये ससुराल बहू की ऊंची आवाज़ ज़रा भी बर्दाश्त नहीं कर पाता।  ससुराल जिस जगह का नाम है क्या वह डिज़ाइन ही इस तरह से होती है? हिंदुस्तान से इंग्लिस्तान तक  बच्चे के रंग और लिंग को लेकर जद्दोजहद होती है और जो ऐसा ना हुआ तो लड़की ने लड़के को काबू कर लिया