सबसे ज़्यादा अनरिपोर्टेड समय
कविता लेटर बॉक्स में विनोद विट्ठल लिखते हैं
दर्ज़ करो इसे
कि अलीबाबा को बचा लेंगे जेकमा और माइक्रोसॉफ्ट को बिल गेट्स
राम को अमित शाह और बाबर को असदुद्दीन ओवैसी
किलों को राजपूत और खेतों को जाट
टीम कुक बचा लेने एप्पल को जाइए जुकरबर्ग फेसबुक को
तुम खुद उगो जंगली घांस की तरह इटेलियन टाइलें तोड़ कर
तुम खुद उगो जंगली घांस की तरह इटेलियन टाइलें तोड़ कर
और लहराओ जेठ की लू में लहराती है लाल ओढ़नी जैसे।
इसके अलावा लाइक,अड़तालीस साल का आदमी, माँ की अलमारी और वित्तमंत्रीजी ,ढब्बू मियां, पिता का चश्मा,और स्टेटस के लिए भी मेरा लाइक स्वीकार कीजिये। अपनी बिटिया पाती के लिए जो कविता आपने लिखी है वह वाकई नई उम्मीद का राग है क्योंकि हवाओं ने बिलकुल तब ही कहा होगा मुझे नई बांसुरी दो।
कविता मिठाइयों का स्वाद जो हमने चखा था , ज़ायका अब तक कायम है, यह कविता भी यहाँ है। शुक्रिया एक बार फिर अनरिपोर्टेड की रिपोर्ट लिखने के लिए और हम जैसों को पढ़ाने के लिए। तरुण चौहान का आवरण चित्र कच्ची बस्ती के घर को जिस नीली आभा में पेश करता है वह भी उम्मीद पैदा करता है।
कविता मिठाइयों का स्वाद जो हमने चखा था , ज़ायका अब तक कायम है, यह कविता भी यहाँ है। शुक्रिया एक बार फिर अनरिपोर्टेड की रिपोर्ट लिखने के लिए और हम जैसों को पढ़ाने के लिए। तरुण चौहान का आवरण चित्र कच्ची बस्ती के घर को जिस नीली आभा में पेश करता है वह भी उम्मीद पैदा करता है।
आपकी इस प्रस्तुति का लिंक 11.10.18 को चर्चा मंच पर चर्चा - 3121 में दिया जाएगा
जवाब देंहटाएंधन्यवाद
बहुत धन्यवाद दिलबाग जी और कुसुम जी
जवाब देंहटाएंWow
जवाब देंहटाएंMam wakai maza aa gaya... Mje intjaar rahega hamesha..apse kuch na kuch behtar padne ko Milega.