'नो अदर लैंड' तब जाएं तो जाएं कहां ?

तानाशाहों को हमेशा लगता है कि कला जैसे उनके लिए काल बन कर आ रही है इसलिये वे जब-तब कभी कलाकार पर तो कभी उसके काम पर हमला बोलते रहते हैं। पूरब से पश्चिम तक मामला एक सा ही है, तभी तो तीन सप्ताह पहले ऑस्कर से सम्मानित बेस्ट डॉक्यूमेंटरी 'नो अदर लैंड' के चार निर्देशकों में से एक हमदान बलाल पर सोमवार को उन्हीं के गांव में इज़रायली सेना का हमला न होता। अगले दिन जब उन्हें रिहा किया जाता है तब उनके सर और शरीर पर चोट के निशान मिलते हैं। 'नो अदर लैंड' के चार निर्देशकों में से दो फ़िलीस्तीनी हैं और दो इज़राइली। चार सह-निर्देशकों बासल अद्रा , हमदान बलाल , युवाल अब्राहम और रेचल सोर की बनाई पहली ही डॉक्यूमेंटरी ने ऑस्कर जीता है और पूरी दुनिया में चर्चा का केंद्र बन गई है। नो अदर लैंड डॉक्यूमेंटरी के ज़रिये इन चारों का मकसद था कि साथ में हमारी आवाज़ ज़्यादा बुलंद होगी और ऐसा हुआ भी। ऑस्कर समारोह में जब इज़रायली पत्रकार युवाल अब्राहम ने अपने फ़िलीस्तीनी सह- निर्देशक बासल अद्रा की ओर देख कर कहा - "जब मैं बासल को ...